हल्के व पतले अवयवों को काटने के लिए सबसे अधिक प्रयोग में आने वाला बजार छेनी है । छेनी को बनाने के लिए High carbon steel का गोल , 6 या 8 कोनों वाला एक टुकड़ा प्रयोग किया जाता है। छेनी का कोई निश्चित size नहीं होता। आइए इस पोस्ट मे जानते है, छेनियों के प्रकार (Type of Chisels in Hindi) के बारे मे –
यह आवश्यकतानुसार ये छोटी – बड़ी हर साइज की प्रयोग की जाती हैं। फोर्जिग विधि द्वारा इसके Striking Head को लगभग 70° के कोण पर शंक्वाकार बनाया जाता है, तथा निचले भाग को उल्टे आयताकार Pyramid के आकार का बनाया जाता है, जैसा चित्र में दर्शाया गया है।
इस उल्टे आयताकार पिरामिड वाले भाग को काटने के काम में लाते हैं। पिरामिड के नुकीले सिरे पर ग्राइण्ड करके कटिंग एज (cutting edge) बनाई जाती है। इस कटिंग एज पर 35° से 70° तक का कोण रखा जाता है।
यह कोण काटे जाने वाली धातु पर निर्भर करता है। मुलायम (soft) धातु के लिए यह कोण कम तथा कठोर (hard) धातु के लिए इस कोण को अधिक रखा जाता है।
छेनी की काटने वाली एज को पर्याप्त कठोरता प्रदान करने के लिए उसे ऊष्मा उपचार (heat treatment) द्वारा हार्ड तथा टैम्पर (hard and temper) कर लिया जाता है।
Type of Chisels in Hindi- छेनियों के प्रकार
छेनियो का प्रयोग धातु की ठण्डी व गरम दोनों अवस्थाओं में किया जाता है, अत : छेनियों को दो मुख्य प्रकार से वर्गीकृत किया जा सकता है –
- Hot Chisel – गरम छेनी
- Cold Chisel – ठण्डी छेनी
Hot Chisel ( गरम छेनी )
यह छेनी धातु अवयवों को गर्म अवस्था में ही काटने के काम में लायी जाती है । इसकी आवश्यकता स्मिथी शॉप (Smithy Shop) तथा फोर्जिंग शॉप (Forging Shop) में अधिक रहती है। इसकी कटाई धार (Cutting Edge ) का कोण 30 ° होता है।
कटाई करने के पश्चात् प्रत्येक बार इसका धार को पानी में ठण्डा कर लिया जाता है। इससे इसकी धार हार्ड हो जाती है। इसको बार – बार हार्ड व टैम्पर करने की आवश्यकता नहीं होती। चित्र में एक गरम छेनी (Hot Chisel) को दर्शाया गया है।
Cold Chisel (ठण्डी छेनी )
ठण्डी छेनी (Cold Chisel) द्वारा धातु खण्डों को ठण्डी अवस्था में काटा जाता है। लगभग प्रत्येक शॉप में इसके प्रयोग की आवश्यकता रहती है। विभिन्न कार्यों के लिए अलग – अलग आकार (Shape) की छेनियाँ प्रयोग की जाती हैं।
Flat Chisel (फ्लैट छेनी)
चित्र में एक फ्लैट छेनी (Flat Chisel ) दर्शाई गई है। इसमें छेनी की चौड़ाई उसकी मोटाई से अधिक होती है। कटिंग एज को हल्की गोलाई दी जाती है ।
इससे कटिंग में सुविधा मिलती है। चिपिंग करते समय छेनी गहराई में नहीं जाती। लगभग प्रत्येक साइज की फ्लैट छेनी प्रयोग में आती है। यह सबसे अधिक प्रयोग होने वाली छेनी है।
Cross Cut Chisel (क्रॉस कट छेनी)
क्रॉस कट छेनी की कटिंग एज की चौड़ाई उसकी मोटाई से कम होती है, जैसा चित्र में दर्शाया गया है। इसका प्रयोग किसी कार्यखण्ड में खाँचे ( grooves ) काटने के लिए किया जाता है।
इसके द्वारा अधिक मोटाई की कटिंग की जा सकती है। इसके द्वारा शाफ्ट या हब में की वे (Key – Way ) काटे जाते हैं। इस छेनी का एक सिरा गोलाई में बनाकर हाफ राउण्ड ग्रूव (Half Round Groove) भी बनाया जा सकता है।
Diamond Point Chisel (डायमण्ड प्वॉइण्ट छेनी)
इस छेनी की कटिंग एज का आकार नुकीला तथा चौकोर हीरे (Diamond Point) के समान होता है। इसके नुकीले प्वॉइण्ट से ‘V ‘ग्रूव काटे जा सकते हैं।
डायमण्ड प्वॉइण्ट छेनी का प्रयोग आयताकार ग्रूव के कोने शार्प (Sharp) करने के लिए भी किया जाता है। चित्र में डायमण्ड प्वॉइण्ट छेनी दर्शाई गई है।
Half Round Chisel (हाफ राउण्ड छेनी)
जैसा कि नाम से ही विदित है, इस छेनी के आगे के टेपर भाग को अर्द्धवृत्ताकार आकार का बनाया जाता है। इसके सिरे पर कटिंग एज बनाई जाती है।
इसकी कटिंग एज की चौड़ाई बहुत कम होती है। इस छेनी का प्रयोग हब आदि में की – वे (Key – Way) काटने या ब्रासों में ऑयल ग्रूव बनाने के लिए किया जाता है।
Cow – Mouth Chisel (गऊ – मुख छेनी) – Type of Chisels in Hindi
इस छेनी का गैंक खोखला होता है तथा आगे से टेपर (Tapered) होता है। इसको तिरछा काटने से अन्दर की साइडों में कटिंग एज गऊ – मुख के समान प्राप्त होती है।
जैसा कि चित्र में दर्शाया गया है। यह वक्र कटिंग एज (Curved Cutting Edge) किसी भी कार्यखण्ड को परिधि पर काटने के काम आती है।
Hollow Chisel (खोखली छेनी) – Type of Chisels in Hindi
गऊ – मुख छेनी के समान यह छेनी भी खोखली होती है तथा आगे से शंकु आकार की होती है। इसकी कटिंग एज वृत्ताकार होता है, जैसा कि चित्र में दर्शाया गया है। यह गोल (circular) होल (hole) करने के काम आती है।
कटिंग एज से ऊपर एक झिरी (slit) बनी होती है, जिससे स्क्रैप मैटीरियल (scrap material) बाहर आ जाता है। यह छेनी मुलायम धातुओं या चमड़ा व रबड़ शीट काटने के काम आती है।
Offset Chisel (ऑफसैट छेनी) – Type of Chisels in Hindi
इस छेनी का आगे का शैक वाला भाग फोर्ज करके एक साइड में ऑफसैट ofen कर दिया जाता है, जैसा कि चित्र में दर्शाया गया है। यह छेनी फ्लैट तथा साइड दो प्रकार की होती है।
फ्लैट कटिंग छेनी की धार सम्पूर्ण चौड़ाई में बनी होती है तथा साइड कटिंग छेनी की धार साइड में बनी होती है । इस छेनी का प्रयोग चिपिंग करने में किया जाता है। स्लॉट से चिप्स को साफ करने के लिए भी इस छेनी का प्रयोग किया जाता है ।
Web Chisel (वैब छेनी) – Type of Chisels in Hindi
इस छेनी का प्रयोग ड्रिल द्वारा छिद्र बनाने के पश्चात् उनके बीच की धातु को हटाने के लिए किया जाता है।
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