वर्क परमिट (Work Permit) एक प्रकार का लिखित आदेश होता है, जो की कंपनी में काम करने के लिए Authorized Person द्वारा कुछ समय के लिए दिया जाता है।
वर्क परमिट सिस्टम के बारे में हम और अधिक जानते हैं, यदि हम साधारण भाषा में बात करें तो कंपनियों में अलग-अलग वातावरण जैसे कि गर्म जगहों पर, ठंडी जगहों पर, करंट वाली जगहों पर, ऊंचाई वाली जगहों पर और ऐसी अन्य सभी जगह जहां पर कि काम करने में किसी प्रकार का कोई रिस्क होता है ।
तब वहां पर काम करने के लिए हमें एक विशेष अनुमति (Work Permit) की आवश्यकता होती है, जोकि कंपनी में सेफ्टी ऑफिसर के द्वारा दी जाती है। यह अनुमति मिलने के बाद ही हम उस वातावरण में काम कर पाते हैं।
आइए अब हम इसे एक उदाहरण से समझते हैं, जिससे आपको वर्क परमिट के बारे में समझने में आसानी होगी।
Example of Work Permit (उदाहरण) :-
मान लीजिए कंपनी के मेटल कास्टिंग एरिया में किसी प्रकार का कंस्ट्रक्शन वर्क किया जाना है अब कास्टिंग एरिया में तो काफी ज्यादा टेंपरेचर होता है और वहां पर बहुत ही ज्यादा रिस्क का काम होता है क्योंकि मेटल को पिघलाया जाता है, तो वहां का तापमान बहुत ज्यादा होगा ऐसे में कंस्ट्रक्शन के दौरान कुछ भी हादसा होने की संभावना है यह एक प्रकार का रिस्क है।
इसी के लिए कंपनी में सेफ्टी ऑफिसर के द्वारा कंस्ट्रक्शन वर्कर को एक अनुमति की आवश्यकता होगी जो कि कंपनी में सेफ्टी ऑफिसर के द्वारा प्रदान की जाती है।
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Types of Work Permit System – वर्क परमिट के प्रकार
वैसे तो वर्क परमिट कई प्रकार के होते हैं, जो कि Work Environment के अनुसार दिए जाते हैं उनमें से कुछ के बारे में जान लेते हैं, जो अधिक उपयोगी है –
- Hot Work Permit
- Cold Work Permit
- Height Work Permit
- Confined Space Work Permit
- Excavation Work Permit
- Chemical Work Permit
- Electric work permit
Hot Work Permit –
जैसे कि नाम से ही पता चल रहा है हॉट वर्क परमिट कंपनी के अंदर ऐसी जगहों पर काम करने के लिए दिया जाता है, जहां पर आग लगने की संभावना अधिक होती है ।
ऐसी जगह पर काम करना खतरनाक होता है, इसलिए वहां पर काम करने के लिए अनुमति की आवश्यकता होती है, तब Hot Work Permit दिया जाता है, बिना Hot Work Permit के कार्य करने की अनुमति नहीं दी जाती है।
Example of hot work permit :- हॉट वर्क परमिट में ऐसे सभी ऑपरेशन आते हैं, जिनमें आ गया चिंगारी उत्पन्न होती है जैसे कि – वेल्डिंग, गैस के द्वारा कटिंग कार्य, या फिर ग्राइंडिंग के दौरान उड़ने वाली चिंगारियां जिनसे की आग लगने का खतरा होता है, इसी के लिए हमें Hot Work Permit की आवश्यकता होती है।
Cold Work Permit –
यह हॉट वर्क परमिट से पूरी तरह है, उल्टा होता है इसमें आग लगने की तो कोई भी संभावनाएं नहीं होती हैं, परंतु फिर भी कई जगह ऐसी होती है, जिन पर काम करने में खतरा तो बना रहता है, आइए जानते हैं कि कोल्ड वर्क परमिट किन-किन जगहों पर काम करने के लिए दिया जाता है।
- Opening vessels, pipe for enclosed spaces
- Where equipment required decontamination
- Mechanical maintenance work
- Civil maintenance work
- Erection removal of scaffolding
- Insulation and painting
- Blanking and de-blanking
- Disconnecting and connecting pipelines
- Removing and fitting of valves, blanks, spades or blinds
- Work on pumps
Height Work Permit –
जैसे कि नाम से ही पता चल रहा है, यह परमिट ऊंचाई वाली जगहों पर काम करने के लिए दिया जाता है। Height में काम करने पर अपने आप अधिक ऊंचाई का खतरा बना रहता है ।
यदि आप छत पर चढ़कर, सीढ़ियों पर चढ़कर, या फिर ऊंचाई पर लटक कर कुछ काम कर रहे हैं, तो Height Work Permit को लेने की आवश्यकता होती है। जिसमें सुरक्षा संबंधी सभी निर्देश होते हैं जैसे कि – आप काम के समय सभी सुरक्षा उपकरण Harness, Safety Rope, Helmet आदि का प्रयोग करें।
जो व्यक्ति इस कार्य को करने में पहले से ट्रेंड है, उन्ही के द्वारा यह कार्य किया जाए। जिस भी व्यक्ति को Height पर काम करना है, उससे काम के बारे पूरे तरीके से बता दिया जाए क्या करना है, किन बातों का ध्यान रखना है, साथ ही उनके पास रहकर ठीक तरीके से मॉनिटरिंग की जाए कि वह काम करते समय जो सेफ्टी प्रोटोकॉल्स हैं, उनका पालन कर रहे हैं, या नहीं।
Confined Space Work Permit
बहुत सारी ऐसी जगह जैसे कि – कोई टैंक, चेंबर, वेसल्स, या कोई पाइप लाइन जहां पर बहुत ही कम जगह होती है, या फिर रिस्क वाली जगह होती हैं वहां पर कार्य करना पड़ता है। ऐसी जगहों पर कार्य करने के लिए Confined Space Work Permit को जारी किया जाता है।
Excavation Work Permit :-
Excavation Work Permit वर्क परमिट खुदाई के काम के लिए दिया जाता है, क्योंकि खुदाई के काम में बहुत प्रकार के खतरे होते हैं जैसे कि ऊपर से गिरने का, मशीन की दुर्घटना, या विस्फोट आदि।
Chemical Work Permit
कई जगहों पर ऐसे वातावरण में काम करना पड़ता है, जहां पर खतरनाक गैस और केमिकल को प्रयोग में लाया जाता है। ऐसी जगहों पर काम करने के लिए Chemical Work Permit दिया जाता है ।
Electric work permit
जैसे कि नाम से ही पता चल रहा है, यह वर्क परमिट बिजली और हाई वोल्टेज के कार्य को करने के लिए दिया जाता है, क्योंकि हाई वोल्टेज बिजली खतरनाक होती है, इसे ट्रेंड व्यक्ति के द्वारा ही किया जाता है।
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Benefit of Work Permit System
Work Permit System के कई फायदे हैं, आइए कुछ फायदों के बारे में जान लेते हैं –
- Work Permit System Risk को कम करता है, और काम करने वाले वर्कर्स को खतरों से बचाता है।
- काम करने की जगह पर कितने रिस्क है, उन्हें समझने और उनको कम करने में सहायता मिलती है, और खतरों से भी बचा जाता है।
- वर्क परमिट सिस्टम में कार्य ट्रेन व्यक्ति के द्वारा ही किया जाता है, जिससे कि किसी भी प्रकार की दुर्घटना की संभावना बहुत कम हो जाती है।
- Health, Safety & Environment (HSE) Department के पास एक Written Record हो जाता है, जो कि किसी भी एक्सीडेंट के इन्वेस्टिगेशन मैं सहयोगी होता है।
- वर्क परमिट से यह कंफर्म हो जाता है कि – जो भी वर्कर्स इस काम को कर रहे हैं, उन्हें उस काम को करने के लिए सभी Safety Protection दिए गए हैं।
- परमिट टू वर्क कार्य को अच्छी तरीके से समझने में मदद करता है, साथ ही उस काम को कर रहे सभी कर्मचारी के अंदर Moral Value और Awareness को बढ़ाता है।
- वर्क परमिट सिस्टम के द्वारा काम करने की जगह और वहां के Environment को और अधिक बेहतर बनाने में सहायता मिलती है।
- Permit to work से किए जाने वाले कार्य में जो गलतियों को ढूंडा जाता है, और जो भी वर्कर्स के द्वारा गलती की संभावना होती है, उसे और जायदा बेहतर किया जाता है।
- वर्क परमिट सिस्टम में Work Permit System for Safety को फॉलो किया जाता है, जिससे दुर्घटनाएं कम होती है।
- इससेEmployee और Client के बीच एक अच्छा Response Message जाता है, जिससे कंपनी के Reputation और बढ़ती है।
- जिन भी कंपनियों में वर्क परमिट सिस्टम लागू होता है, वहां किसी भी कार्य को शुरू करने से पहले काम से संबंधित वर्क परमिट जारी किया जाता है। जिससे कि उस काम में होने वाले रिस्क के लेवल को काफी हद तक कम कर दिया जाता है, इससे दुर्घटना की भी संभावना कम हो जाती है,
Work Permit System Procedure
वर्क परमिट जारी करते समय कुछ बिंदुओं को चेक किया जाता है, और वह सभी बिंदु सही होने पर ही वर्क परमिट जारी किया जाता है क्योंकि यदि भविष्य में किसी भी प्रकार का यदि कोई एक्सीडेंट होता है, तो इसकी जिम्मेदारी वर्क परमिट जारी करने वाले व्यक्ति की ही होगी क्योंकि उनके द्वारा ही सभी चीजों को ठीक तरीके से जांच लेने के बाद ही वर्क परमिट को जारी किया गया था।
आइए उन बिंदुओं को जान लेते हैं –
Safety Officer या अन्य Authorised Person को Work Place पर जाना चाहिए और सभी चीजें देखनी चाहिए।
- वर्कप्लेस पर होने वाले कार्य के अनुसार सभी चीजों को ठीक तरीके से चेक करें।
- छोटे या बड़े खतरों के बारे में ठीक तरीके से एनालिसिस कर लेना चाहिए।
- जो भी वर्कर वहां पर काम करेंगे उन्हें इकट्ठा करें काम के विषय में और रिस्क के विषय में उपयुक्त जानकारी देना चाहिए।
- जो वर्कर कार्य कर रहे हैं हमने खतरों से बचने के लिए PPE kit का प्रयोग किस प्रकार से करना है उन्हें बताना चाहिए और यदि इस विषय में उनके कोई प्रश्न है तो उनका समाधान करना चाहिए।
- Personal protective equipment को पहनने का सही तरीका वर्कर्स को बताएं यदि उन्हें पता ना हो तो।
- जहां पर कार्य हो रहा है वहां सुपरवाइजर को उस काम से संबंधित यदि कोई डाउट है तो कुछ टाइप को क्लियर करें और चेक करें कि उसे काम के बारे में उपयोगी सभी बातें पता है।
- यदि सभी चीजें ठीक हो तब safety officer या Authorised Person द्वारा परमिट जारी कर दिया जाता है।
Validity of Permit –
Permit to work मैं कार्य करने के लिए कुछ समय निर्धारित होता है, उसे निर्धारित समय के लिए जरी किया जाता है।
Hot Work Permit : -इस की वैलिडिटी 24 घंटे की होती है, काम के अनुसार यदि जरूरत और अधिक समय के लिए है, तो इसे Reissue करवाया जाता है।
Cold Work Permit :- इस परमिट की वैलिडिटी है, 3 से 7 दिन तक की होती है, लेकिन यदि काम के दौरान वर्कप्लेस बदल जाता है तो इसे फिर से Issue करवाना पड़ता है।
High Risk Work Permit : – इसमें अधिक रिस्क होता है, इसके लिए बस एक ही परमिट जारी किया जाता है, यदि उसी स्थान पर दूसरा अन्य कोई काम किया जाना है, तो उसके लिए फिर से New Separate Work Permit जारी किया जाता है।
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Bahut badhiya jankari hai
Ak dam badiya samjaya sir aapne