नमस्कार दोस्तों! यदि आप एक स्टोर सुपरवाइजर (Store Supervisor) हैं, या फिर इस पद के लिए इंटरव्यू की तैयारी कर रहे हैं, तो यह पोस्ट आपके लिए ही है। अक्सर लोग इंटरव्यू में पूछे जाने वाले सवालों से घबरा जाते हैं, मे खुद अपने पहले इंटरव्यू मे काफी डरा हुआ था और अपनी मौजूदा कंपनी में अपनी सही जिम्मेदारियों (Job Responsibilities) को पूरी तरह से समझ नहीं पाता था परंतु आप चिंता ना करे यह पोस्ट आपको सबकुछ सीखा देगी तो अंत तक पढे…..
इस पोस्ट का मकसद सिर्फ इंटरव्यू पास करवाना नहीं, बल्कि आपको एक बेहतर स्टोर इंचार्ज बनाना भी है। तो आइए, विस्तार से जानते हैं, कि एक स्टोर सुपरवाइजर की क्या जिम्मेदारियां होती हैं और उस से इंटरव्यू में कौन-कौन से सवाल पूछे जा सकते हैं।
Store Incharge की Job Responsibilities क्या हैं?
एक स्टोर इंचार्ज के तौर पर सबसे पहले आपको अपनी जॉब डिस्क्रिप्शन या रोल्स एंड रेस्पोंसिबिलिटीज़ (Roles and Responsibilities) पता होनी चाहिए। आपको यह स्पष्ट होना चाहिए कि कंपनी आपसे किन एरिया में रिजल्ट की उम्मीद करती है।
Resume बनाते समय क्या ध्यान रखें?
एक बहुत ही जरूरी बात, अपने रिज्यूमे (Resume) में कभी भी कोई झूठी जानकारी न लिखें। अक्सर हम कहीं से कॉपी-पेस्ट करके रिज्यूमे बना लेते हैं और हमें खुद ही नहीं पता होता कि उसमें क्या लिखा है। आपने पिछली कंपनी में जो काम असल में किया है, सिर्फ वही लिखें। ईमानदारी हमेशा काम आती है।
Store Supervisor Interview Questions and Answers (सबसे जरूरी सवाल-जवाब)
अब बात करते हैं उन आम सवालों की जो किसी भी स्टोर इंचार्ज के इंटरव्यू में पूछे जाते हैं।
1. FIFO और LIFO क्या है?
यह सबसे बेसिक और सबसे महत्वपूर्ण सवाल है।
- FIFO (First In, First Out): इसका मतलब है.. कि जो मटेरियल स्टोर में पहले आया है, उसे ही पहले इस्तेमाल (Consume) करना है। इससे पुराना स्टॉक जमा नहीं होता।
- LIFO (Last In, First Out): इसका मतलब है कि जो मटेरियल बाद में आया है, उसे पहले इस्तेमाल करना है। यह सिस्टम बहुत कम इस्तेमाल होता है।

FIFO और LIFO के बारे मे ओर अधिक जानने के लिए यह पोस्ट पढे – FIFO और LIFO इन्वेंटरी मैनेजमेंट क्या है ? इनमे अंतर
2. Perpetual Inventory / Physical Inventory क्या होती है?
इसे फिजिकल इन्वेंटरी (Physical Inventory) भी कहते हैं। यह एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें हम अपने रिकॉर्ड्स (कंप्यूटर या स्टॉक रजिस्टर) के स्टॉक को असली में मौजूद स्टॉक (Actual Stock) के साथ मैच करते हैं।
यह प्रक्रिया कंपनी के नियमों के अनुसार महीने में, तीन महीने में या साल में एक बार की जाती है। इसका मकसद स्टॉक में आए अंतर (Difference) को ढूंढना और उसे ठीक करना है।
3. ITR (Inventory Turnover Ratio) क्या है?
स्टोर की भाषा में ITR का मतलब इन्वेंटरी टर्नओवर रेश्यो (Inventory Turnover Ratio) होता है। यह रेश्यो बताता है कि आपकी कंपनी अपनी इन्वेंटरी (स्टॉक) को कितनी जल्दी बेच रही है या इस्तेमाल कर रही है। यह आपकी सेल्स और इन्वेंटरी के बीच का एक अनुपात है।
4. मटेरियल बिन कार्ड (Material Bin Card) क्या होता है?
बिन कार्ड एक रियल-टाइम स्टॉक ट्रैकिंग सिस्टम है। जिस भी रैक या बिन में मटेरियल रखा होता है, वहीं पर एक कार्ड लगा दिया जाता है। इस कार्ड पर मटेरियल कब आया, कब गया, और कितना बचा है, यह सारी जानकारी हाथो-हाथ अपडेट की जाती है। इससे किसी भी समय बिन में रखे मटेरियल की सही मात्रा का पता चल जाता है।
5. मटेरियल ट्रेसेबिलिटी (Material Traceability) क्या होती है?
जब भी स्टोर में कोई मटेरियल आता है, तो उसे एक यूनिक बैच नंबर (Batch Number) दिया जाता है। इसी बैच नंबर के आधार पर उसे प्रोडक्शन में भेजा जाता है और फाइनल प्रोडक्ट तक ट्रैक किया जाता है। अगर भविष्य में ग्राहक की कोई शिकायत (Customer Complaint) आती है, तो ट्रेसेबिलिटी की मदद से हम यह पता लगा सकते हैं कि उस प्रोडक्ट में किस बैच का रॉ-मटेरियल इस्तेमाल हुआ था।
6. आप मटेरियल कैसे इश्यू (Issue) करते हैं?
मटेरियल इश्यू करने के कुछ आम तरीके हैं:
- इश्यू स्लिप (Issue Slip): जिसे मटेरियल चाहिए, वह अपने सुपरवाइजर से साइन कराकर एक स्लिप लेकर आता है और स्टोर इंचार्ज उसे मटेरियल दे देता है।
- ERP सिस्टम: कंप्यूटर या ERP सॉफ्टवेयर में रिक्वेस्ट डाली जाती है और उसके आधार पर मटेरियल इश्यू होता है।
- स्टॉक रजिस्टर: सीधे स्टॉक रजिस्टर में एंट्री करके और लेने वाले के साइन कराकर मटेरियल दिया जाता है।
सबसे प्रचलित तरीका इश्यू स्लिप का ही है।
7. BOM (Bill of Material) क्या होता है?
BOM का फुल फॉर्म बिल ऑफ मटेरियल (Bill of Material) है। कुछ लोग इसे BOQ (Bill of Quantity) भी कहते हैं।
यह एक लिस्ट होती है जिसमें बताया जाता है कि किसी एक फाइनल प्रोडक्ट को बनाने में कौन-कौन सा रॉ-मटेरियल, कितनी-कितनी मात्रा में और किस क्वालिटी का लगेगा। उदाहरण के लिए, एक पेन बनाने के BOM में रिफिल, इंक, टिप, ढक्कन, प्लास्टिक आदि की पूरी जानकारी होगी।

8. 5S क्या होता है?
5S एक जापानी Workplace Management तकनीक है। यह 5 शब्दों से मिलकर बना है…..

- Sort (छंटाई): जरूरी और गैर-जरूरी सामान को अलग करना।
- Set in Order (सुव्यवस्थित करना): हर सामान के लिए एक सही जगह तय करना।
- Shine (स्वच्छता): कार्यक्षेत्र को साफ-सुथरा रखना।
- Standardize (मानकीकरण): ऊपर के तीनों ‘S’ को लागू करने के लिए नियम बनाना।
- Sustain (अनुशासन): बनाए गए नियमों का लगातार पालन करना।
“5S के बारे में विस्तार से जानने के लिए हमारी यह पोस्ट पढ़ें — What is 5S in hindi, 5S क्या है हिंदी मैं PDF
9. Kaizen (काइज़ेन) क्या है?
काइज़ेन भी एक जापानी शब्द है जिसका मतलब है “निरंतर सुधार” (Continuous Improvement)। यह एक ऐसी सोच है कि हमें अपने काम करने के तरीके में हमेशा छोटे-छोटे सुधार करते रहना चाहिए, ताकि काम आसान हो, समय बचे और क्वालिटी बेहतर हो।
10. इन्वेंटरी कितने प्रकार की होती है? (Types of Inventory)
आपको यह जरूर पता होना चाहिए। इन्वेंटरी मुख्य रूप से तीन प्रकार की होती है:
- रॉ मटेरियल (Raw Material): वह कच्चा माल जिस पर अभी कोई काम नहीं हुआ है।
- वर्क इन प्रोग्रेस (Work In Progress – WIP): वह मटेरियल जिस पर काम शुरू हो चुका है लेकिन वह अभी फाइनल प्रोडक्ट नहीं बना है।
- फिनिश्ड गुड (Finished Good): वह तैयार माल जो बिकने या डिस्पैच होने के लिए पूरी तरह से रेडी है।
11. FIFO लागू करने के क्या-क्या तरीके हैं?
सिर्फ परिभाषा जानना काफी नहीं है, इंटरव्यू लेने वाला यह भी पूछ सकता है कि आप इसे लागू कैसे करेंगे। इसके कुछ तरीके हैं:
- कलर कोडिंग (Color Coding): हर महीने आने वाले मटेरियल पर एक अलग रंग का स्टीकर लगा देना (जैसे जनवरी में हरा, फरवरी में नारंगी)। इससे दूर से ही पता चल जाता है कि कौन सा माल पुराना है।
- फीफो रैक (FIFO Racks): यह खास तरह के रैक होते हैं जिनमें एक तरफ से माल डाला जाता है और दूसरी तरफ से निकलता है, जिससे पुराना माल हमेशा आगे रहता है।
- टू-बिन सिस्टम (Two-Bin System): दो अलग-अलग लोकेशन या डिब्बे बनाकर एक में पुराना और एक में नया लॉट रखना।
12. Min-Max और Reorder Level क्या हैं?
- Minimum Level: यह स्टॉक का वह स्तर है जिससे नीचे इन्वेंटरी नहीं जानी चाहिए, वरना प्रोडक्शन रुक सकता है।
- Reorder Level: यह स्टॉक का वह स्तर है जिस पर पहुँचते ही नए माल का आर्डर दे दिया जाना चाहिए।
- Maximum Level: यह स्टॉक का वह अधिकतम स्तर है जिससे ज्यादा मटेरियल हमें स्टोर में नहीं रखना चाहिए, क्योंकि अतिरिक्त स्टॉक की भी एक लागत होती है।
एक स्टोर सुपरवाइजर के लिए जरूरी स्किल्स (Important Skills for a Store Supervisor)
इंटरव्यू में सिर्फ तकनीकी सवाल नहीं, बल्कि यह भी परखा जाता है कि, आपमें वो स्किल्स हैं या नहीं जो इस रोल के लिए जरूरी हैं।
1. तकनीकी स्किल्स (Technical Skills):
- ERP सॉफ्टवेयर का ज्ञान: क्या आपको SAP, Oracle या किसी अन्य ERP सॉफ्टवेयर पर काम करने का अनुभव है? यह आजकल बहुत जरूरी है।
- MS Excel का ज्ञान: स्टॉक रिपोर्ट बनाने, डेटा एनालाइज करने और चार्ट बनाने के लिए एक्सेल की अच्छी जानकारी होनी चाहिए।
- WMS (Warehouse Management System) की समझ: आधुनिक वेयरहाउस अब WMS सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करते हैं। इसकी जानकारी होना एक प्लस पॉइंट है।
सॉफ्ट स्किल्स (Soft Skills):
- लीडरशिप (Leadership): आपको अपनी टीम (हेल्पर, लोडर) से काम करवाना आना चाहिए।
- समस्या-समाधान (Problem-Solving): अगर स्टॉक में गड़बड़ी हो जाए या कोई मटेरियल न मिले, तो आप उस समस्या को कैसे सुलझाएंगे?
- कम्युनिकेशन (Communication): आपको परचेज डिपार्टमेंट, प्रोडक्शन डिपार्टमेंट और अपनी टीम के साथ सही तरीके से तालमेल बिठाना आना चाहिए।
2. महत्वपूर्ण KPIs (Key Performance Indicators) एक स्टोर के लिए
एक अच्छे स्टोर सुपरवाइजर को सिर्फ काम करना नहीं, बल्कि अपने काम को नंबरों में मापना भी आना चाहिए। आप बता सकते हैं कि एक स्टोर की परफॉरमेंस इन KPIs से मापी जाती है:
- Inventory Accuracy Rate: आपके सिस्टम का रिकॉर्ड और फिजिकल स्टॉक कितना प्रतिशत मैच करता है? (आदर्श रूप से 98% से ज़्यादा)।
- Stock-outs की संख्या: महीने में कितनी बार ऐसा हुआ कि प्रोडक्शन ने कोई माल माँगा और वह आपके पास नहीं था?
- Carrying Cost of Inventory: आपके स्टोर में रखे हुए माल की कुल लागत कितनी है (जिसमें गोदाम का किराया, बीमा, स्टाफ की सैलरी आदि शामिल है)।
- Safety Incidents: महीने में स्टोर के अंदर कोई दुर्घटना तो नहीं हुई? (हमेशा शून्य होना चाहिए)।
3. स्टोर की सुरक्षा (Store Safety Management)
यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है जिसके बारे में अक्सर बात नहीं होती।
- PPE का उपयोग: सुनिश्चित करना कि सभी कर्मचारी सही पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट (जैसे सेफ्टी शूज, हेलमेट, ग्लव्स) पहनें।
- अग्निशमन यंत्र (Fire Safety): यह जांचना कि Fire Extinguishers सही जगह पर हैं और एक्सपायर नहीं हुए हैं।
- Material Stacking: मटेरियल को सही और सुरक्षित तरीके से स्टैक (जमा) किया गया है, ताकि वह किसी पर गिरे नहीं।
- Forklift/MHE Safety: अगर स्टोर में फोर्कलिफ्ट या अन्य Material Handling Equipment का उपयोग होता है, तो उनके चलने का रास्ता साफ़ हो।
4. अन्य महत्वपूर्ण डाक्यूमेंट्स (Other Important Documents)
बिन कार्ड के अलावा भी स्टोर में कुछ बहुत जरूरी डॉक्यूमेंट होते हैं:
- GRN (Goods Receipt Note): जब भी सप्लायर से कोई माल आता है, तो उसे वेरिफाई करने के बाद एक GRN बनाया जाता है। यह इस बात का सबूत है कि माल सही मात्रा और क्वालिटी में प्राप्त हुआ है।
- MRN (Material Requisition Note): यह लगभग इश्यू स्लिप जैसा ही होता है, जिसे कोई डिपार्टमेंट स्टोर से मटेरियल लेने के लिए भेजता है।
5. आम चुनौतियां और उनके समाधान (Common Challenges and Solutions)
यह सेक्शन आपके ब्लॉग को बहुत प्रैक्टिकल बना देगा।
- चुनौती: जगह की कमी (Space Crunch)।
- समाधान: वर्टिकल स्पेस (ऊंचाई) का सही इस्तेमाल करना, गैर-जरूरी सामान को हटाना (5S का उपयोग)।
- चुनौती: गलत रिकॉर्ड (Inaccurate Records)।
- समाधान: नियमित रूप से फिजिकल इन्वेंटरी करना, बारकोडिंग सिस्टम लागू करना।
- चुनौती: चोरी या सामान का खराब होना (Theft or Damage)।
- समाधान: स्टोर में एक्सेस कंट्रोल लगाना (कौन आ-जा सकता है), CCTV कैमरे और सही पैकिंग का उपयोग करना।
कुछ और महत्वपूर्ण सवाल (Advanced & Situational Questions)
कभी-कभी इंटरव्यू लेने वाला आपकी सोच को परखने के लिए स्थिति-आधारित प्रश्न पूछता है। जैसे:
- प्रश्न: “मान लीजिए फिजिकल काउंट में स्टॉक कम मिला, तो आप क्या करेंगे?”
- जवाब: सबसे पहले मैं दोबारा गिनती करूँगा। फिर मैं पिछले कुछ दिनों के इश्यू और रिसीविंग रिकॉर्ड्स की जाँच करूँगा। अगर फिर भी पता नहीं चलता तो मैं इस मामले की सूचना अपने मैनेजर को दूँगा और उनकी सलाह के अनुसार आगे की कार्रवाई करूँगा।
- प्रश्न: “आप अपनी टीम को कैसे मोटीवेट रखते हैं?”
- जवाब: मैं टीम के अच्छे काम की सराहना करता हूँ, उन्हें सही ट्रेनिंग देता हूँ और यह सुनिश्चित करता हूँ कि उनके पास काम करने के लिए सही टूल्स और एक सुरक्षित माहौल हो।
- प्रश्न: “एक मुश्किल सप्लायर को आप कैसे हैंडल करेंगे?”
- जवाब: मैं सप्लायर के साथ स्पष्ट और विनम्र तरीके से बात करूँगा। समस्या को समझने की कोशिश करूँगा और कंपनी की पॉलिसी के अनुसार एक समाधान खोजने का प्रयास करूँगा।
मेरे सभी दोस्तों, उम्मीद है कि इस पोस्ट को पढ़ने के बाद आपके मन में स्टोर सुपरवाइजर की जिम्मेदारियों और इंटरव्यू से जुड़े सभी डाउट क्लियर हो गए होंगे। इन सभी पॉइंट्स को समझकर आप न सिर्फ कोई भी इंटरव्यू आसानी से पास कर सकते हैं, बल्कि अपनी कंपनी में स्टोर को और भी बेहतर तरीके से मैनेज कर सकते हैं।
आपको यह पोस्ट कैसी लगी, हमें कमेंट करके जरूर बताएं! अगर आपका कोई और सवाल है, तो वो भी पूछ सकते हैं।