Kaizen Kya Hai In Hindi | काइज़न क्या है हिंदी में

What is kaizen in hindi ( kaizen क्या है हिन्दी में )

Kaizen एक जापानी शब्द है, जोकि दो शब्दों से मिलकर बना हुआ है “Kai” और “Zen” जिसमें हम छोटे-छोटे बदलाव करके काम को और बेहतर बनाते हैं । आइए आगे kaizen in hindi के बारे मे विस्तार से जानते है –

Kaizen में “Kai” का मतलब है Change और “Zen” का मतलब है ‘Batter’ या ‘Good’ इसका अर्थ हुआ बदलाव अच्छे के लिए’ हम छोटे-छोटे कार्यों में बदलाव करके कुछ अच्छा – कुछ बेहतर करते है।

जिससे किसी भी कार्य या सिस्टम में इंप्रूवमेंट होता है, और कार्य करना आसान भी हो जाता है । जो बिना मतलब का काम होता है, वह समाप्त हो जाता है कार्य में सुरक्षा आ जाती है, प्रोडक्शन में भी सुधार हो जाता है, साथ ही उत्पादन का मूल्य भी कम हो जाता है ।

यह  Continual Improvement process है, जिसमें हम लगातार बढ़ते जाते हैं, फिर चेक करते है – फिर बढ़ते जाते है – फिर एक पॉइंट पर चेक करते हैं कि इससे और बेहतर हम क्या कर सकते हैं । निरंतर इसी प्रक्रिया को दोहराते हैं, और काम में सुधार आता रहता है ।


Example’s of Kaizen in hindi – उदाहरण

Example 1

मान लीजिए कि किसी कंपनी में कोई वर्कर है, वह सारे टूल को एक साथ एक ही बॉक्स में रखता है और बाकी टूल को इधर-उधर रख देता है उसके पास रखने के लिए कोई सही स्थान नहीं है।

जब उसे कोई टूल की जरूरत होती है, तो वह इधर-उधर उसे ढूंढता रहता है, इससे वहां परेशान तो होता ही है, साथ ही समय भी बर्बाद होता है।

अब इसके लिए हमने क्या kaizen करना चाहिए नीचे चित्र में देखिए :-

आपने देखा हमने एक साथ सारे टूल को एक पैनल पर रख दिया है जिससे वर्कर को अब उनको ढूंढने के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा उसे एक साथ एक ही जगह पर सारे टूल मिल जाएंगे और ज्यादा समय की बर्बादी भी नहीं होगी ।

Example 2

मान लीजिए किसी ऑर्गेनाइजेशन में बहुत सारे Worker काम कर रहे है, अब किसी वर्कर को किसी टूल कि जरूरत है, परन्तु टूल पैनल पर तो वह टूल है ही नहीं क्योंकि उस टूल का उपयोग तो कोई और वर्कर कर रहा है। अब हमें यह कैसे पता चलेगा कि किस वर्कर के पास वह टूल है।

तो इसके लिए हम एक kaizen करेंगे, वह काइजन कुछ इस प्रकार से करेंगे – हम हर एक वर्कर को उसके नाम का एक टोकन दे देंगे जब किसी वर्कर को किसी टूल कि जरूरत होगी तो वह वर्कर टूल पैनल से उस टूल को उठाएगा और वहां पर अपने नाम का टोकन रख देगा जिससे दूसरे वर्कर को यह पता लग जाएगा कि यह टूल किस दूसरे वर्कर के पास है।

Example 3

हम मान लीजिए कि किसी कंपनी में कोई वर्कर कम Hight का है ओर टेबल ज्यादा ऊंची हैं, तो उसे काम करने में बहुत ही ज्यादा परेशानी होती होगी। इसके लिए हमें क्या kaizen करना चाहिए आइए देखते हैं, नीचे चित्र को देखिए –

हमने हमने इसमें कुछ ज्यादा नहीं किया अब बस उस वर्कर को एक फुट स्टूल दे दिया है जिस पर अब वह खड़े होकर आराम से अपना कार्य कर सकता है अब वह परेशान नहीं होगा यहां छोटा सा Kaizen हुआ लेकिन उपयोगी है।

Type of Kaizen in hindi – Kaizen के प्रकार

यह दो प्रकार के होते है :-

  1. YUTORI KAIZEN
  2. KARAKURI KAIZEN

Yutori Kaizen – युटोरी काइजन क्या है 

Yutori Kaizan मैं हम कुछ ऐसे छोटे-छोटे बदलाव करते हैं, जिनसे सीधे आदमी को आराम मिलता है,और बिना ज्यादा मेहनत किए हमारा काम भी हो जाता है, इससे समय की भी बचत होती है।

आइए इसे एक उदाहरण से समझते है –

yutori-kaizen-example

इस उदाहरण से साफ है कि पहले इस आदमी को टेबल पर झुक कर काम करना पड़ रहा था, जिससे उसकी पीठ में दर्द हो रहा था ।
हमने छोटा सा एक एक बदलाव (Kaizen) किया की टेबल की हाइट को बढ़ा दिया जिससे वर्कर अब आराम से खड़े होकर अपना कार्य कर सकता है।

Kaizen कहाँ – कहाँ Apply करे ?

  • किसी भी प्रोसेस में काम करने में कोई कठिनाई होती हो तो वहां पर इसे आसान बनाने के लिए उचित Kaizen कर सकते हैं।
  • यदि हमारे वर्क प्रोसेस में कोई काम unnecessary है तो उसे हम उसे ढूंढ कर खत्म करके।
  • प्रोडक्ट की क्वालिटी और ज्यादा बेहतर बनाने में।
  • कंपनी में सेफ्टी के लिए हम Kaizen का उपयोग कर सकते हैं जिससे दुर्घटनाएं ना हो।
  • ईमेल का उपयोग करके पेपर वर्क को कम कर सकते हैं।
  • एनर्जी सेविंग के लिए ।
  • समय समय की बचत करने में
  • प्रोडक्शन प्रोसेस में डिफेक्ट को कम करने के लिए।
  • कंपनी के एक पूरे मैनेजमेंट सिस्टम को और ज्यादा बेहतर बनाने में।
  • कंपनी में west प्रोडक्ट वापस से यूज करने में।

Kaizen को लागू करने के स्टेप

  • सबसे सबसे पहले हमें यह निश्चित करना होता है, कि – हमें kaizen की कहां पर जरूरत है, और किस लिए जरूरत है।
  • किस प्रकार का Kaizen करना है।
  • वहां की स्थिति को देखना और समझना ।
  • मूल कारण की जांच करना ।
  • Kaizen करने से प्रक्रिया में कोई बदलाव तो नहीं होगा ।
  • काइजन किसी दूसरी प्रक्रिया को तो प्रभावित नहीं करेगा ।
  • क्या हमारा Kaizen करना सुरक्षा की दृष्टि से सही है।

Kaizen के मुख्य उद्देश्य

  • पुराने समय को ना देखें नए आइडिया से काम को बेहतर बनाएं।
  • हमेशा अच्छा सोचें चीजें कैसे हो सकती है यह सोचे, यह नहीं कि वह कोई इसे क्यों नहीं कर पाए।
  • टेक्निकल डाटा का उपयोग करें बनावटी फालतू सिद्धांतों के नहीं।
  • जानकारी का उपयोग करें पैसों का नहीं।
  • जरूरी नहीं ज्यादा परेशान होकर ही काम किया जाए काम को एक सरल तरीके से भी किया जा सकता है।
  • गलतियों को तुरंत ठीक करने की कोशिश करें क्योंकि अभी का 70% सुधार ज्यादा अच्छा साबित होगा बजाए 100% सुधार बाद में करने का सोचने से।
  • पहले के उदाहरण से हमें सीखना चाहिए और सुधार लाना चाहिए।
  • एक एक्सपर्ट से अच्छा एक टीम होती है इसलिए टीम बनाकर काम करना चाहिए लोगों को शामिल करना चाहिए।
  • परेशानी या गलती के मूल कारण को ढूंढ़ना चाहिए और उसके अनुसार ही नए स्टैंडर्ड सेट करना चाहिए।

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