Jig & Fixture in Hindi
Jig & Fixture दोनों शब्दों का एक साथ प्रयोग किया जाता है, इसी के कारण ज्यातर लोग Jig & Fixture को एक ही समझ लेते हैं परंतु यह एक नहीं है, यह अलग-अलग है, इनका उपयोग भी अलग अलग कार्यों के लिये किया जात है।
आज के टाइम मे हमारे लिये हमरे लिये सबसे जरूरी बात यह हो जाती है की हमारा काम जल्दी भी हो और Accurate भी हो मतलब की Accuracy से Production होना बहुत ही जरूरी है, इसी के लिये जिग और फिक्सचर का होना बहुत ही आवश्यक है।
Jig & Fixture क्यों जरूरी है ?
- Product को बनाते समय सभी Piece एक जैसे बने।
- Product के बनने की दर को बढ़ जाए।
- कम समय मे अधिक काम हो जाए।
- Product का RAW Material खराब ना हो ।
- काम करने मे कोई भी गलती की संभावना ना रहे ।
- सही माप के Workpiece तैयार हो।
- बार बार नापने की जरूरत नहीं हो।
- Proception के समय पर किसी भी प्रकार हानि से बचाना ।
What Is Fixture – Fixture क्या है ?
जब भी हम किसी जॉब पर कोई भी कटिंग का कार्य करते हैं, तो उसमें अलग-अलग दिशाओं से फोर्स लगता है और यह फोर्स कटिंग टूल और जॉब पीस दोनों को अपनी जगह से हिलाने की कोशिश करता है, ऐसी स्थिति में यह जरूरी हो जाता है कि हम जॉब पीस को पकड़ कर रखें ताकि वह अपने जगह से हिले नहीं। इसी के लिए हमें Fixture की जरूरत पड़ती है।
Fixture Hindi Meaning
फिक्स्वर के द्वारा किसी भी जॉब को मजबूती से पकड़कर एक निश्चित अवस्था में रख लिया जाता है। फिक्स्चर में टूल को गाइड करने की कोई भी व्यवस्था नहीं होती है, फिक्स्चर लगभग सभी मशीनों पर प्रयोग में लाए जाते हैं, तथा प्रक्रिया के आधार पर ग्राइण्डिग फिक्स्चर , ब्रोचिंग फिक्स्चर ,मिलिंग फिक्स्चर , तथा वैल्डिंग फिक्स्चर प्रयोग मे लाए जाते हैं।
Types of Fixtures – फिक्स्चर के प्रकार
किसी भी कटिंग प्रक्रिया के लिए जॉब को मशीन के बैड ( bed ) पर पकड़ना व जकड़ना आवश्यक होता है। जॉब की आकृति व मशीन की वर्क टेबिल (work table) की संरचना के अनुसार एक फिक्स्चर डिजाइन किया जाता है, जिसके द्वारा जॉब को बहुत कम समय में पूरी मजबूती के साथ एक विशेष स्थिति में पकड़ा जा सकता है, क्योंकि विभिन्न मशीनों ; जैसे – शेपर , मिलिंग , ग्राइण्डर , बोचिंग आदि की प्रक्रिया की पद्धति अलग – अलग होती है। अत : इनके लिए अलग – अलग प्रकार के फिक्स्चर बनाए जाते हैं। इनमें से कुछ प्रकार नीचे दिए गाये हैं।
Drilling Fixture – ड्रिलिंग फिक्स्चर
कभी – कभी ड्रिल करने के लिए ड्रिल को गाइड करने की आवश्यकता नहीं होती। मात्र जॉब को एक निश्चित अवस्था में रखने की तथा जकड़ने ( fix ) की आवश्यकता होती है। इसमें ड्रिल को जिस स्थान पर करना होता है उस बिन्दु पर एक गहरा सेन्टर लगाया जाता है। यह सेन्टर ही ड्रिल को गाइड ( guide ) करने का कार्य करता है।
Milling Fixture – मिलिंग फिक्स्चर
मिलिंग फिक्स्चर का उपयोग मिलिंग मशीन द्वारा Workpiece को मशीन करने में किया जाता है। मिलिंग मशीन में कटिंग करने के लिए कटर, एक ही स्थान पर घूमता है । अत : इसे गाइड करने की आवश्यकता नहीं रहती । सिर्फ Workpiece को एक ही स्थान पर पकड़कर रखने की आवश्यकता होती है। इस कार्य के लिए फिक्स्चर प्रयोग किया जाता है। यह फिक्स्चर Workpiece को निश्चित अवस्था में locate करता है, तथा पकड़कर रखता है। मिलिंग मशीन पर प्रक्रिया के दौरान Workpiece पर अधिक बल आता है तथा vibrations भी पैदा होती हैं। इसलिए इसका फिक्स्चर बहुत मजबूत होना चाहिए ।
Slotter Fixture – Jig & Fixture in hindi
स्लॉटर मशीन पर किसी जॉब के अन्दर internal teeth या key – way काटा जाता है। इसका प्रयोग वर्क टेबिल पर जॉब को लोकेट करने व उसे जकड़ने के लिए किया जाता है । फिक्स्चर को टेबिल में बने ‘ टी ‘ स्लॉट्स ( ‘ T ‘ slots ) स्लॉट्स में जकड़ लिया जाता है।
Turning Fixture – Jig & Fixture in Hindi
लेथ मशीन पर हैड स्टॉक में जॉब को पकड़कर टर्निंग करने के लिए कुछ विशेष फिक्स्चर प्रयोग किए जाते हैं। टर्निग के अतिरिक्त लेथ पर अन्य बहुत – सी प्रक्रियाएँ भी की जा सकती हैं, जैसे – शाफ्ट में की – वे मिलिंग स्फेरिकल ( गोलाकार ) वस्तुओं का निर्माण आदि। इनके लिए विशेष फिक्स्चर डिजाइन कर टूल पोस्ट के स्थान पर लगाए जाते हैं। चित्र में एण्ड मिल कटर के द्वारा किसी शाफ्ट में की – वे ( key – way ) मिलिंग करने के लिए प्रयोग किए फिक्स्चर को दर्शाया गया है। इसमें एण्ड मिल कटर को चक में पकड़ा जाता है तथा क्रॉस स्लाइड पर टूल पोस्ट के स्थान पर एंगिल प्लेट लगाकर उसमें ‘ V ‘ ब्लॉक लगाकर उसमें शाफ्ट को क्लैम्प किया जाता है।
Welding Fixture – Jig & Fixture in hindi
विशेष आ के जॉब को दूर तक वैल्ड करने के लिए वैल्डिंग फिक्स्चर का प्रयोग आवश्यक हो जाता है ; जैसे — पाइप के दो टुकड़ों को जोड़ना या कार्यखण्ड पर कुछ पार्ट्स किसी विशेष एंगिल पर जोड़ना आदि । चित्र में एक पाइप वैल्डिंग फिक्स्चर दर्शाया गया है ।
What Is Jig – जिग क्या है ?
जिग वह उपकरण है, जिसमें जॉब को एक निश्चित अवस्था में जकड़ कर रखने के साथ – साथ कटिंग टूल को भी Guide करने की व्यवस्था रहती है। कार्यशालाओं में विभिन्न आकृति व प्रोफाइल ( profile ) के जॉब विभिन्न प्रकार की ड्रिल मशीनों पर अनेकानेक मशीनी प्रक्रियाओं द्वारा बनाए जाते हैं । Workpiece की Accuracy व आकृति के लिए जिग निम्न प्रकार के होते हैं , जिन्हें उनकी सामग्री व संरचना के आधार पर नामित किया गया है
Type of Jig – Jig के प्रकार
- प्लेट जिग ( Plate Jig ) ,
- टेम्प्लेट जिग ( Template Jig ) ,
- चैनल जिग ( Channel Jig ) ,
- डायमीटर जिग ( Diameter Jig ) ,
- रिंग जिग ( Ring Jig ) ,
- लीफ जिग ( Leaf Jig ) ,
- बॉक्स जिग ( Box Jig ) ,
- वाइस जिग ( Vice Jig ) ,
- एंगिल प्लेट जिग ( Angle Plate Jig ) ,
- ड्रिल जिंग ( Drill jig ) ,
- इण्डेक्सिग जिग ( Indexing Jig ) ,
- ओपन जिग ( Open Jig ) ,
- टर्न ओवर जिग ( Turn Over Jig )
- सैण्डविच जिग ( Sandwich Jig )
Benefits of Jig & Fixture – Jig & Fixture के लाभ
- Jig & Fixture के उपयोग से Workpiece को सेट करने में कम समय लगता है।
- किसी भी प्रकार की दुर्घटनाओं की संभावनाएं कम से कम हो जाती है।
- Jig & Fixture के उपयोग से समय की बचत होती है।
- अच्छा, ज्यादा तथा कम कीमत पर उत्पादन इसकी विशेषता है।
- Quantity ओर Quality दोनों मे बहुत जायद सुधार हो जाता है।
- Workpiece पर अलग अलग प्रकार की Marking करने की कोई भी जरूरत नहीं पड़ती है।
- Jig & Fixture के उपयोग से Semiskilled Worker भी ज्यादा उत्पादन करने में सक्षम होते है।
- इसके प्रयोग से Workpiece को बार-बार मापने व चेक करने की आवश्यकता नहीं होती है।
- Jig & Fixture को उपयोग में लाने से Parts मे Interchangeability आती है, तथा Assemble करने में कोई भी प्रॉब्लेम नहीं आती हैं।
Jig & Fixture उपयोग की सावधानियां
- jig & Fixture को जोर से ठोकना या दवाना नहीं चाहिए ।
- Production के समय उन्हे कुछ समय के बाद चेक करते रहना चाहिए ।
- जंग से बचना चाहिए ।
- ऐसे वातावरण मे नहीं रखना चैये जहां पर उनमे किसी भी प्रकार का कोई वादलाव आ जाए ।
- जायद टाइट नहीं करना चाहिए ।
- उनमे बहुत ज्यादा या कम गैप नहीं होना चाहिए।
इन्हे भी पढे :- Jig & Fixture in Hindi
- What is Limits | लिमिट्स क्या है?
- Physical Properties of Metal In Hindi
- Bearing & Type of Bearing | बेयरिंग और उनके प्रकार
- Vernier Calipers Parts & Type | वर्नियर कैलिपर्स क्या है