आप एक बेहतर क्वालिटी इंजीनियर (Quality Engineer) कैसे बन सकते हैं, एक क्वालिटी इंजीनियर, क्यूए या क्यूसी इंजीनियर को किन-किन बातों की जानकारी होनी चाहिए। क्वालिटी कंट्रोल इंटरव्यू के दौरान किन चीज़ों पर फोकस करना चाहिए। इस पोस्ट का उद्देश्य यही है, कि क्वालिटी डिपार्टमेंट में काम कर रहे लोग बहुत अच्छा प्रदर्शन कर सकें, नई चीजें सीखें, और अपनी कंपनी के लिए अधिक आउटपुट दें सके।
1. क्वालिटी इंस्पेक्शन स्टेजेस की समझ
किसी भी क्वालिटी इंजीनियर को सबसे पहले यह पता होना चाहिए कि इंस्पेक्शन कितने स्टेजेस पर होता है..
- IQC (Incoming Quality Control):
जब कोई भी सामग्री फैक्ट्री में आती है, तब उसकी पूरी जांच की जाती है। यह देखा जाता है कि ऑर्डर की गई सामग्री का क्वालिटी स्टैंडर्ड सही है या नहीं। - IPQC (In-Process Quality Control):
जब मटेरियल प्रोडक्शन लाइन में प्रोसेस हो रहा होता है, तब हर घंटे या कोई भी निर्धारित फ्रीक्वेंसी जैसे हर 3 या 5 घंटे पर या हर बैच पर इंस्पेक्शन किया जाता है। इसे “पेट्रोल इंस्पेक्शन” भी कहते हैं। - FQC (Final Quality Control):
प्रोडक्ट को पैक करने से पहले आखरी बार इंस्पेक्शन किया जाता है। - PDI (Pre-Delivery Inspection):
ग्राहक को प्रोडक्ट भेजने से पहले, यह सुनिश्चित किया जाता है कि प्रोडक्ट पूरी तरह सही है।
2. 5S की जानकारी
फाइव एस (5S) एक Japanese Workplace Management System है, जिसमें यह 5 चीजे शामिल हैं..
- सेरी (Sort): जो चीजे काम की नहीं है, उन्हे हटाना।
- सेइटन (Set in Order): काम करने की जगह को व्यवस्थित रखना।
- सेसो (Shine): काम करने की जगह पर साफ-सफाई बनाए रखना।
- सेइकेत्सु (Standardize): मानकीकरण लागू करना उनके अनुसार काम करना।
- शित्सुके (Sustain): हमेस अनुशासन बनाए रखना ओर उनका पालन करना।
3. Kaizen और Poka Yoke की समझ
- काइज़न (Kaizen) : निरंतर सुधार।
- पोका योके (Poka Yoke) : ऐसी प्रणाली लागू करना जिससे गलती होने की संभावना कम हो।
4. PPM और रिजेक्शन कैलकुलेशन
किसी भी क्वालिटी इंजीनियर को परसेंटेज रिजेक्शन और पीपीएम (Parts Per Million) निकालना आना चाहिए।
5. मेज़रमेंट इंस्ट्रूमेंट्स का ज्ञान
कंपनी में उपयोग होने वाले सभी इंस्ट्रूमेंट्स जैसे माइक्रोमीटर, प्लग गेज, स्लिप गेज आदि का उपयोग, उनका least count और accuracy समझना बेहद जरूरी है।
6. 7 QC Tools की जानकारी
यह सात टूल्स 7QC tools समस्या के विश्लेषण और समाधान में मदद करते हैं:
- चेक शीट
- कॉज-इफेक्ट डायग्राम
- पैरेटो चार्ट
- स्ट्रैटीफिकेशन
- स्कैटर डायग्राम
- हिस्टोग्राम
- कंट्रोल चार्ट
7. KPI और MSI की समझ
- KPI (Key Performance Indicators): डिपार्टमेंट के लक्ष्य पूरे करने के लिए आवश्यक मानक।
- MIS (Management Information System): डेली, वीकली और मंथली रिपोर्टिंग।
8. RED Bin एनालिसिस
रिजेक्शन को रोजाना एनालाइज करना और उस पर एक्शन लेना।
9. इंजीनियरिंग ड्रॉइंग पढ़ने की क्षमता
ड्रॉइंग के सिंबल्स, फिट्स और टॉलरेंस को समझना।
10. 8D प्रॉब्लम सॉल्विंग प्रक्रिया
यह प्रक्रिया प्रॉब्लम को पहचानने और उसे स्थायी रूप से हल करने के लिए उपयोग की जाती है:
- टीम का निर्माण।
- समस्या का वर्णन।
- तात्कालिक कार्रवाई।
- रूट कॉज एनालिसिस।
- करेक्टिव और प्रिवेंटिव एक्शन।
- लागू करना।
- रिजल्ट्स की समीक्षा।
- टीम की सराहना।
11. IATF के फाइव कोर टूल्स
IATF ऑटोमोबाइल उद्योग के लिए अंतरराष्ट्रीय मानक निर्धारित (International Standards) करने वाली संस्था है। इसके 5 Core Tools मे सभी टूल के बारे मे पता होना चाहिए।
12. 4M चेंज मैनेजमेंट
4M का मतलब है, आदमी(man), मशीन, सामग्री, और तरीका। यह किसी भी प्रोजेक्ट के चार सबसे ज़रूरी स्तंभ हैं। बिना इनका सही इस्तेमाल किए प्रोजेक्ट में सफलता पाना मुश्किल होता है।
- M = Man (मानव संसाधन)
- M = Machine (मशीन)
- M = Material (सामग्री)
- M = Method (विधि)
13. क्वालिटी सर्कल्स
स्मॉल ग्रुप्स के माध्यम से सुधार परियोजनाओं पर काम करना।
14. PDCA साइकिल (Plan-Do-Check-Act)
कार्य प्रणाली को चार चरणों में विभाजित कर काम करना।
15. PPAP डॉक्यूमेंटेशन
डॉक्यूमेंट्स जैसे कंट्रोल प्लान, PFD, पार्ट सबमिशन वारंट तैयार करना।
16. कैलिब्रेशन और प्रक्रिया
मेजरमेंट इंस्ट्रूमेंट्स का कैलिब्रेशन और उसकी प्रक्रिया समझना।
17. कस्टमर कंप्लेंट हैंडलिंग
कस्टमर की समस्याओं का समाधान करना, क्यूपीआर रिपोर्ट (QPR Report) और 8D बनाना।
18. कॉमन स्टैंडर्ड्स का ज्ञान
अंतरराष्ट्रीय मानकों का पालन करना जैसे ISO, BIS आदि।
19. ट्रेनिंग और इंप्लीमेंटेशन
कर्मचारियों को क्वालिटी टूल्स की ट्रेनिंग देना।
20. कंपनी का आउटपुट बढ़ाना
कंपनी के गोल्स को पूरा करने के लिए क्वालिटी सुधार में योगदान देना।
21. CAPA प्रक्रिया
प्रॉब्लम सॉल्विंग के लिए Corrective Action और Preventive Action लेना।